भाजपा शासित ६ राज्यों समेत १२ प्रदेशों में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरुद्ध विरोध ।

१) लखनऊ में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी फूंकी, हुसैनाबाद में युवक के पेट में गोली लगी, इलाज के दौरान मौत हुई ।


२) गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर प्रदर्शन के चलते इंडिगो के क्रू मेंबर्स जाम में फंस गए, एयरलाइन ने 19 उड़ानें रद्द कीं।


३) दिल्ली के 5 इलाकों में गुरुवार को 4 घंटे इंटरनेट बंद रहा।


४) असम में शुक्रवार सुबह 9 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा। 


५) बेंगलुरु में इतिहासकार रामचंद्र गुहा और दिल्ली में प्रशांत भूषण को हिरासत में रखा गया बाद में दोनों रिहा किए गए।


६) यूपी के सभी 75 जिलों में धारा 144 लागू, लखनऊ समेत 8 जिलों में इंटरनेट बंद किया गया।


नई दिल्ली : नागरिकता कानून के विरोध में गुरुवार को वामदलों और मुस्लिम संगठनों ने देशभर में बंद बुलाया। 12 राज्यों में प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं हुईं। जिन राज्यों में प्रदर्शन हुए, उनमें 6 में भाजपा सत्ता में है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में थानों में आगजनी की गई। बस और गाड़ियां भी फूंकी गई। यहां फायरिंग में एक की मौत हो गई। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि फायरिंग किसने की, युवक का नाम वकील बताया जा रहा है। संभल में भी हिंसा हुई। उधर, दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर जाम लगने के कारण क्रू मेंबर्स फंस गए, जिसके चलते इंडिगो को दिल्ली से 19 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। 16 फ्लाइट्स में देरी हुई। मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में 70 से ज्यादा संगठनों ने कानून का विरोध किया। इसमें बॉलीवुड सेलेब्स भी शामिल हुए। यूपी के सभी 75 जिलों में धारा 144 लगी। लखनऊ समेत 8 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया। बिहार के पटना, दरभंगा समेत कुछ शहरों में माकपा कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक जाम किया।


दिल्ली में 19 मेट्रो स्टेशन बंद करना पड़े


दिल्ली में धारा 144 के बावजूद प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित समेत कई लोग हिरासत में लिए गए। 19 मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े।बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में ले लिया। तेलंगाना के हैदराबाद में भी 50 लोग हिरासत में लिए गए। मंगलौर पुलिस कमिशनर पीएस हर्षा ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान 20 पुलिसकर्मीघायल हुए जबकि 2 नागरिकों की मौत हुई।


राज्यों में हालात


पश्चिम बंगाल :- कोलकाता में रैली के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रैली में कहा - भाजपा की स्थापना 1980 में हुई थी। आज वो हम से 1970 के नागरिकता दस्तावेज मांग रही है। निष्पक्ष संगठन जैसे युनाइटेड नेशंस या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को नागरिकता संशोधन कानून मामले पर जनमत संग्रह करना चाहिए, ताकि यह पता लग सके कि कितने लोग इसके समर्थन में हैं और कितने इसके विरोध में।


उत्तर प्रदेश :- संभल में प्रदर्शनकारियों ने एक बस को आग लगा दी। लखनऊ के ठाकुरगंज और हसनगंज में 6 जगहों पर हिंसा हुई। लखनऊ में मधेगंज चौकी के पास तीन बाइक फूंकी गईं। प्रदर्शनकारियों ने फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
ठाकुरगंज की सतखंडा चौकी फूंक दी गई। और प्रेस क्लब के पास आगजनी की हुई। एक टीवी चैनल की ओबी वैन में भी आग लगा दी। लखनऊ के 22 मेट्रो स्टेशन बंद करा दिए गए। हजरतगंज मेन चौराहे से लेकर पुराने लखनऊ तक की सड़कों पर हजारों लोग पर उतर आए। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत 20 से ज्यादा और सपा के यूथ विंग के भी कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।


सुरक्षा के मद्देनजर सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। एहतियातन 3 हजार लोगों को पाबंद किया गया है। 65 लोगों की गिरफ्तारी हुई।


मुख्यमंत्री योगी जी ने हिंसा के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया। उन्होंने कहा- जिन प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उनकी संपत्ति कुर्क कर नुकसान की भरपाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।


एहतियात के तौर पर प्रदेश के 8 शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इन शहरों में गाजियाबद, कासगंज, बरेली, मऊ, मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़ शामिल हैं। लखनऊ यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है।


दिल्ली :- लाल किला के आसपास धारा 144 लागू होने के बाद भी भारी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए। पुलिस ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद समेत कई लोगों को हिरासत में लिया। 19 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए। पुलिस की बैरिकेडिंग के कारण दिल्ली - गुड़गांव एक्सप्रेसवे पर 10 किलो मीटर लंबा जाम लग गया। इसमें कई एयरलाइंस के क्रू मेंबर्स फंस गए, जिसकी वजह से 16 उड़ानों में देरी हुई। इंडिगो को 19 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। मध्य और उत्तरी जिलों के अलावा मंडी हाउस, सीलमपुर, जाफराबाद, मुस्तफाबाद, जामिया नगर और बवाना क्षेत्र में 9 बजे से 1 बजे तक इंटरनेट बंद रहा। जामिया और सीलमपुर में हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा - मौजूदा वक्त में देशभर में कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो चुकी है। केंद्र से अपील करता हूं कि नागरिकता कानून को वापस लें और युवाओं को रोजगार दें।


बिहार :- नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन हुआ। माकपा कार्यकर्ताओं ने पटना, दरभंगा और खगड़िया में ट्रेनें रोकीं। जहांनाबाद में नेशनल हाईवे 10 और एनएच 83 को जाम कर दिया। आरपीएफ ने पटना जंक्शन समेत राज्य के सभी स्टेशनों पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया। प्रदर्शनकारियों ने एक एंबुलेंस में तोड़फोड़ की। इस बंद को कांग्रेस, रालोसपा और अन्य दलों ने समर्थन दिया है।


कर्नाटक :- कलबुर्गी में लेफ्ट और मुस्लिम संगठनों ने काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया। बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में लिया। बेंगलुरु, कलबुर्गी, दक्षिण कन्नड़ और उसके आसपास के जिलों में अगले तीन दिन (21 दिसंबर रात तक) धारा 144 लागू रहेगी। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा- प्रदर्शन और बंद के पीछे कांग्रेस का हाथ है।


गुजरात :-अहमदाबाद के सरदारबाग इलाके में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज करना पड़ा। दोपहर में मिरजापुर इलाके में भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। शाम को शाह-ए-आलम इलाके में भीड़ के पथराव में 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए।  गुजरात के बनासकांठा मुख्य हाईवे पर सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी पर हमला कर दिया। हालात काबू करने के लिए काफी पुलिस बल बुलाया गया। इसके चलते 10 किमी लंबा जाम लग गया।


तेलंगाना :- हैदराबाद में चार मीनार इलाके से 50 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने कहा कि शहर में किसी तरह से प्रदर्शन की अनुमति नहीं है।


महाराष्ट्र :- मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में प्रदर्शन हुआ, जिसमें बॉलीवुड से भी कई लोग शामिल हुए। मालेगांव, नासिक, जलगांव और मनमांड और अमरावती में भी बंद बुलाया। इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से चर्चा की। उन्होंने नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।


तमिलनाडु :- चेन्नई में 300-400 लोगों ने प्रदर्शन किया। इसमें संगठनों, कार्यकर्ताओं और श्रीलंकाई शरणार्थियों ने हिस्सा लिया। अभिनेता और राजनीतिक मक्कल नीधि मय्यम के अध्यक्ष कमल हासन ने पुलिस से अपील की कि लोकतांत्रिक तरीके से उठाई जा रही आवाजों को न दबाएं।


पूर्वोत्तर :-असम, मेघालय में बंद के दौरान लोगों ने शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस नेता हरीश रावत गुवाहाटी के प्रदर्शन में शामिल हुए। असम में आज कर्फ्यू में 14 घंटे की ढील दी गई है। यहां कल 9 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा।मेघालय में भी इंटरनेट पर रोक है।


जम्मू-कश्मीर :-यूथ कांग्रेस का प्रदर्शन। अध्यक्ष उदय चिब हिरासत में लिए गए। पत्रकारों ने भी पुलिस की ज्यादती के खिलाफ श्रीनगर में प्रदर्शन किया।