प्रतिबंध के एक महीने बाद कश्मीर के सभी इलाकों में टेलीफोन सेवा बहाल
जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से पहले ऐहतियातन लगाए गए प्रतिबंधों के एक महीने पूरे होने पर घाटी के ज्यादातर टेलिफोन एक्सचेंज ने फिर से काम करना शुरू कर दिया। बुधवार की रात से ही घाटी के अधिकतर हिस्सों में संचार सेवाएं शुरू कर दी गईं।
जम्मू और कश्मीर के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने कहा था कि शेष 19 टेलीफोन एक्सचेंज जो अभी भी संचार प्रतिबंधों के तहत हैं वे बुधवार रात को खोले जाएंगे।
श्रीनगर के डीएम शाहिद चौधरी ने संचार सेवाओं पर लगे प्रतिबंधों की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया था, 'घाटी के ज्यादातर टेलिफोन एक्सचेंज बुधवार रात से ही वापस काम करना शुरू कर देंगे। इसी तरह से मोबाइल सेवाओं को भी बहाल कर दिया जाएगा। कुपवाड़ा में मोबाइल फोन की घंटियां बजनी शुरू भी हो गई हैं। धैर्य बनाए रखने के लिए सभी का शुक्रिया और असुविधाओं के लिए खेद है।'
हालांकि, घाटी में इंटरनेट कनेक्टिविटी की बहाली पर अधिकारियों की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया है।
एक महीने से जारी है कई प्रतिबंध
बता दें कि पिछले महीने पांच अगस्त को केंद्र की ओर से अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद से घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं। अधिकारियों के मुताबिक एक दिन पहले तक घाटी में 95 टेलीफोन एक्सचेंजों में से 76 में लैंडलाइन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। यह सेवा कारोबारी क्षेत्र लाल चौक और प्रेस एनक्लेव में अब भी बंद है।
घाटी के हालात पर गृह मंत्रालय की नजर
गृह मंत्रालय घाटी के हालात पर लगातार नजर बनाए रखे हुए है। कश्मीर घाटी के ज्यादातर क्षेत्रों में दिन में प्रतिबंधों में ढील दी गई लेकिन लगातार बुधवार को बाजार बंद रहे। सड़कों से सार्वजनिक वाहन भी नदारद रहे। अधिकारियों के मुताबिक, घाटी के 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सों में दिन में प्रतिबंध नहीं हैं और स्थिति में सुधार को देखते हुए 92 पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील दी गई। निजी वाहन सड़क पर चल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कुछ इलाकों में ऑटो रिक्शा और एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाली कैब भी चल रही है। अधिकारियों ने बताया कि लाल चौक-टीआरसी चौक-डलगेट समेत शहर के सिविल लाइन इलाकों में कुछ रेहड़ी वालों ने अपनी दुकानें लगाईं। उन्होंने बताया कि घाटी के ज्यादातर क्षेत्रों से अवरोधक हटा दिए गए हैं लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल तैनात रखे गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में कामकाज चल रहा है और कर्मचारियों की उपस्थिति अच्छी है। करीब 4 हजार से ज्यादा प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालय चल रहे हैं। शिक्षकों की उपस्थिति में सुधार है। कुछ स्थानों पर बच्चों की उपस्थिति कम है लेकिन उसमें भी सुधार हो रहा है।