इंदौर कलेक्टर श्री मनीष सिंह 'न्यायालय तथा शासन के निर्देशों के अनुसार ट्यूशन फीस ही ली जाये

इंदौर कलेक्टर 'न्यायालय तथा शासन के निर्देशों के अनुसार ट्यूशन फीस ही ली जाये


*कॉपी-किताब तथा अन्य शिक्षण सामग्री एकसंस्थान से खरीदने के लिये नहीं किया जाये बाध्य


*स्कूल प्रबंधन तथा पालकगण एकदूसरे की परेशानियों को समझे


*किसी भी स्तर पर दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा'


'कलेक्टर श्री सिंह ने सीबीएसई पाठ्यक्रमों के स्कूल प्राचार्यों तथा संचालकों की बैठक ली'


इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान उपजी परिस्थितियों के मद्देनजर प्रायवेट स्कूलों में फीस, शिक्षण सामग्री तथा अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने आज यहां सीबीएसई पाठ्यक्रमों के स्कूल प्राचार्यों तथा संचालकों की बैठक ली।


बैठक में उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों दवारा न्यायालय तथा शासन के निर्देशों के अनुसार ट्यूशन फीस ही ली जाये। अन्य किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाये। कॉपी-किताब तथा अन्य शिक्षण सामग्री एक ही संस्थान से खरीदने के लिये बाध्य नहीं किया जाये। स्कूल प्रबंधन तथा पालकगण एक-दूसरे की परेशानियों को समझे।


किसी भी स्तर पर र्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, पालक-शिक्षक एक-दूसरे का सम्मान करें। दुर्व्यवहार करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी। बैठक में एडीएम श्री अजयदेव शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री राजेन्द्र मकवानी सहित विभिन्न सीबीएसई पाठ्यक्रमों के निजी स्कूलों के प्राचार्य तथा संचालकगण मौजूद थे।


बैठक में सहोदय के चेयरमेन श्री य के झा भी मौजूद थे। बैठक में प्राचार्यों तथा संचालकगणों ने सर्वसम्मति से बताया कि उनके दवारा न्यायालय तथा शासन के निर्देशों के अनुसार ट्यूशन फीस ही ली जायेगी। अन्य कोई शुल्क नहीं लेंगे। विद्यार्थियों की सुविधा के लिये ऑनलाईन कक्षाएँ चलायी जा रही हैं. इससे विदयार्थियों का ही हित होगा। प्राचार्यों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा तय किया गया है कि पालकों की स्विधा के अनुसार सिर्फ ट्युशन फीस ही ली जायेगी।


यह फीस विधा के अनुसार विभिन्न किश्तों में लेंगे। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने निर्देश दिये कि फीस लेने का स्ट्रेक्चर इस तरह बनाया जाये कि पालकों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो। बच्चों को जो सुविधाएँ एवं सेवाएँ नहीं दी जा रही हैं, उनका कोई भी शुल्क नहीं लिया जाये। स्कूल प्रबंधन पालकों से निरंतर संवाद करें।


उन्हें समझाईश दें, सहीगलत बतायें, बच्चों का हित समझायें। श्री मनीष सिंह ने कहा कि कोई भी स्कूल प्रबंधन कॉपी-किताबें तथा अन्य शिक्षण सामग्री एक ही संस्थान से क्रय करने के लिये पालकों को बाध्य नहीं करें। प्राथमिक स्तर पर ऑन लाईन कक्षाएँ नहीं चलायी जायें। सौहार्द का वातावरण बनाये रखा जाये। उन्होंने कहा कि सभी कानून-व्यवस्था का पालन करें। कानून-व्यवस्था हाथ में नहीं लें। एक-दूसरे का सम्मान बनाये रखें।