सिंधिया समर्थकों को हटाएगी कांग्रेस

कांग्रेस ने जिलावार शुरू की विभीषणों की पड़ताल कि..


 सिंधिया समर्थकों को हटाएगी कांग्रेस


 भोपाल, अग्निबाण संवाददाता प्रदेश में बदले राजनैतिक हालात के बाद अब प्रदेश कांग्रेस में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट होने लगी है। माना जा रहा है कि लॉकडाउन के बाद पीसीसी की टीम में व्यापक रुपसे फेरबदल संभव है। इस फेरबदल से पहले कांग्रेस ने प्रदेशभर में ऐसे नेताओं की पड़ताल शुरू करवा दी है, जो ज्योतिरादित्य समर्थक हैं।


दरअसल अभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई ऐसा नेता हैं जिन्हें पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी माना जाता है। उनकी अस्थाएं भी अभी सिंधिया के साथ ही बनी हुई हैं। इसके साथ ही कई जिलों के कार्यकारी अध्यक्षों को भी हटाने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों की माने तो इन नेताओं की सूची बनाने का काम प्रदेश कांग्रेस के तीन वरिष्ठ पदाधिकारियों को दिया गया है, जो उन नेताओं के नाम छांट रहे हैं, जिन्हें पीसीसी के महत्वपूर्ण पद ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश पर दिए गए थे।


इन पदाधिकारियों का मौजूदा स्टेटस पता कर इनकी पीसीसी से छठी की जाने की तैयारी की जा रही है। खास बात यह है कि इसमें अगर कोई पदाधिकारी कांग्रेस के प्रति पूरी तरह से समर्पित दिखाई देता है, तो उसे बनाया रखा जाएगा। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले सिंधिया की सिफारिश पर प्रदेश उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव के साथ ही कई अन्य पद उनके समर्थकों को दिए गए थे।


रावत की बरकरार रहेगी जिम्मेदारी


प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत की जिम्मेदारी बरकरार रवी जाएगी। हालांकि उन्हें सिंधिया की सिफारिश पर यह पद दिया गया था। सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद रामनिवास रावत ने पत्रकार वार्ता कर साफ कर दिया था कि वे पूरी तरह से कांग्रेस के साथ है, वे कांग्रेस विचारधारा को छोड़कर नहीं जा रहे हैं।


हटेंगे जिलों के पदाधिकारी भी


सिंधिया की सिफारिश पर प्रदेश के अधिकांश जिलों में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने नेताओं को जिला कांग्रेस और ब्लॉक कांग्रेस तक में पद दिए थे। इनमें से कुछ ने अपने इस्तीफा पद से दे दिया है, जबकि कई पदाधिकारियों ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है। जिन्होंने इस्तीफा नहीं दिया उनकी भी जानकारी जुटाने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी, यदि वे कांग्रेस के साथ दिरवाई दिए तो वे अपने पद पर बने रहेंगे, नहीं तो उन्हें भी पद से हटा दिया जाएगा।