ॐ का दिव्य जाप

ॐ का दिव्य जाप                                               ॐ का दिव्य जाप   



   वीडियो                                                        ॐ का दिव्य जाप हमारे शास्त्रों में ॐ को एक पवित्र शब्द माना गया है. ॐएक पवित्र ध्वनि तो है ही लेकिन इसके साथ ही यह अनंत शक्ति का भी प्रतीक है. ॐ यानि ओउम का शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है. ये शब्द हैं अउम." का अर्थ है आविर्भाव या उत्पन्न होना, पैदा होना, "3" का उठना, उड़ना या विकास और "म" का मतलब होता है मौन धारण कर लेना यानि अपने आप को ब्रहम में लीन कर देना अर्थात ब्रहम मै खो जाना. ॐ से ही सारे संसार की उत्पति हई है और ॐ ही सारी स्रष्टि का पालनहार है. धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष ये चारों पुरुषार्थ हमें ॐ से ही मिले हैं. ॐ का जाप बहुत अधिक महत्व रखता है. अनेकों साधकों ने ॐ के जाप द्वारा अपने लक्ष्यों को प्राप्त किया है. कोशीतकी एक ऋषि थे, उनकी कोई सन्तान नहीं थी. सन्तान प्राप्ति के लिए उन्होंने सूर्य का ध्यान लगाया और ॐ का जाप किया. ॐ का जाप करने से उन्हें पुत्र रत्न प्राप्त हुआ. गोपथ ब्रहामण ग्रन्थ में बताया गया है की जो भी व्यक्ति कुश के आसन पर बैठ कर पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके एक हजार बार ॐ का जाप करेगा उसके सभी काम आसानी से पूरे हो जाते हैं. ॐ के उच्चारण की विधि: सुबह उठकर नित्य कर्म से निवर्त हो जायें और उसके बाद ॐ का जाप करें. पद्मासन, अर्धपद्मासन, सुखासन और वज्रासन की अवस्था में बैठकर ॐ का उच्चारण करें, 5 से 21 बार ॐ का उच्चारण करे, ॐ का उच्चारण तेज बोलकर भी कर सकते हैं और धीरे-धीरे बोलकर भी कर सकते हैं. माला द्वारा भी ॐ का जाप कर सकते हैं. ॐ का उच्चारण करने से बहुत अधिक शान्ति और उर्जा प्राप्त होती है. ॐ का उच्चारण करने से हमें कई शारीरिक लाभ मिलते हैं जैसे ॐ का उच्चारण करने से पूरे शरीर की थकान मिट जाती है. ॐ का उच्चारण करने से तनाव मिट जाता है. जब कभी भी हमें गभराहट महसूस होने लगे या उतावलापन महसूस होने लगे तो हमें ॐ का उच्चारण करने से बहुत लाभ मिलता है. तनाव के कारण हमारे शरीर में जो द्रव्य पैदा हो जाते हैं ॐ के जाप द्वारा वो सब नियंत्रित हो जाते हैं. ॐ का जाप करने से हमारा हृदय सुचारु तरीके से कार्य करता है और खून के प्रवाह का संतुलन बना रहता है. ॐ का उच्चारण करने से हमारी जो खाना पचाने की ताकत होती है वह और अधिक हो जाती है. ॐ का जाप करने से हमें शक्ति व स्फूर्ति प्राप्त होती है. ॐ का जाप करने से हमारे शरीर की थकान एकदम से दूर हो जाती है. अगर किसी को नींद ना आने की परेशानी हो तो ॐ का जाप करने से यह परेशानी कुछ ही दिनों में दूर हो जाती है. रात को जब सोने के लिए लेटें तो कुछ देर तक ॐ का जाप करें. ऐसा करने से बहुत अच्छी नींद आती है. प्राणायाम के साथ ॐ का जाप करने से हमारे फेफड़े ताकतवर बनते है. जब हम ॐ की पहले शब्द का उच्चारण करते हैं तो इससे हमारे शरीर में कंपन पैदा हो जाता है. इस कंपन से हमारी रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और इसकी काम करने की शक्ति अधिक हो जाती है. जब हम ॐ के दूसरे शब्द का उच्चारण करते हैं तो इससे हमारे गले में जो थाईराइड ग्रन्थि है उसको ताकत मिलती है.