इंदौर विभाग के बद्रीनाथ जिले का तीन दिवसीय शीत शिविर का समापन रविवार को हुआ जिसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया

इंदौर विभाग के बद्रीनाथ जिले का तीन दिवसीय शीत शिविर का समापन रविवार को हुआ जिसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया   video



इंदौर विभाग के बद्रीनाथ जिले का शीत शिविर दिनांक 27-12-2019, शुक्रवार रात्रि 7 बजे से 29-12-2019 रविवार शाम 6 बजे तक ओरिएंटल यूनिवर्सिटी कैंपस उज्जैन रोड इंदौर में संपन्न हुआ                                                            बद्रीनाथ जिले के शीत शिविर मैं सभी 8 नगरों से शाखा एवं बस्ती टोली के अपेक्षित 300 से अधिक स्वयंसेवक उपस्थित रहे                                                            (1) शीत शिविर का उद्घाटन बद्रीनाथ जिले के माननीय संघ चालक श्री प्रेम जी सोनी, इंदौर विभाग सह कार्यवाह श्री मनीष जी नीम, विभाग प्रौढ़ कार्य प्रमुख श्री रामनरेश सिंह भदौरिया एवं इंदौर विभाग संपर्क प्रमुख डॉक्टर निशांत जी खरे की उपस्थिति में हुआ, डॉक्टर निशांत जी खरे ने अपने उद्बोधन में संघ कार्य शाश्वत है या परिस्थिति जन्य ? संघ का एकमात्र उददेश्य व्यक्ति निर्माण एवं हिन्द समाज का संगठन करना हैं जो कि संघ अपनी स्थापना से निरंतर कर रहा हैं, इसी निरंतरता के कारण यह शाश्वत कार्य हैं। परन्तु समय समय पर समाज जागरण हेतु संघ परस्थिति अनुसार अपने कार्य की गति में परिर्वतन कर फिर चाहे राम सेतु का मामला हो या फिर अमरनाथ यात्रा हों संघ ऐसे सभी समाजिक विषयो को प्रमुखाता से समाज के बीच में रखता हैं। इसलिये यह कहा जा सकता हैं कि संघ कार्य परिस्थिति जन्य भी हैं। साथ ही संघ की स्थापना क्यों और कैसे हुई एवं आजादी के पूर्व एवं बाद के भारतीय इतिहास के बारे में मार्गदर्शन दिया।                                                                                            (2) शिविर के दूसरे सत्र में इंदौर विभाग सह कार्यवाह श्री मनीष जी नीम ने अपने उद्बोधन में भारत के गौरवशाली इतिहास और भारत की महान संस्कृति के बारे में मार्गदर्शन दिया। समाज के संघर्षों के कारण ही आज भी हमारी संस्कृति अक्षुण बानी हुई  है ।                                                                                                                                          (3)शिविर के तीसरे सत्र में इंदौर विभाग पर्यावरण प्रमुख श्री पुष्पमित्र जी पांडे भारतीय नागरिकता संशोधन कानून पर स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया। कैसे समाज को जानकारी के अभाव में विधर्मियो द्वारा दुष्प्रचारित कर देश भर में अपने निजी एवं राजनीतिक स्वार्थ के लिए समाज मे विघटन पैदा कर अराजकता एवं अशांति का वातावरण निर्मित किया जा रहा हैं, हमे पूर्ण जानकारी के साथ समाज में इस विषय को प्रमुखता से रखकर देश मे शांति और शौहार्दय स्थापित करना होगा                                                                                                                                                                 (4)शिविर के चौथे सत्र में इंदौर विभाग कार्यवाह श्री रूपेश जी पाल द्वारा स्वयंसेवकों को उनके कार्य तथा गुण और उनकी कार्यशैली पर मार्गदर्शन दियासंघ की नित्य शक्ति यानी संघ की नित्य लगने वाली शाखा के माध्यम से स्वयंसेवकों के गुणों का विकास कर उनको राष्ट कार्य से जोड़ना जिससे देश में किसी भी प्रकार की चुनोतियो का सामना करने के लिए संघ का स्वयंसेवक हमेशा तैयार रहता हैं                                                                                                                    (5) शिविर के पांचवे सत्र में इंदौर विभाग प्रचार प्रमुख श्री सागर जी चौकसे द्वारा सोशल मीडिया के बारे में मार्गदर्शन दिया गया और उन्होंने कहा कि आज किस तरह सभी लोग सोशल मीडिया का देश हित में उपयोग न करके किस तरह से देश के दुश्मन के फैलाए जाल में फंस कर भ्रम में पड़ कर सोशल मीडिया का दुरुपयोग करते हैंकिस प्रकार सोशल मीडिया के उपयोग से अपने शहर की सरवटे बस स्टैंड की होटल की घटना होने पर अल्पकालीन सूचना पर संघ के अनेकों कार्यकर्ता वहा पहुचकर अंतिम समय तक राहत कार्य में सहयोग प्रदान किया वही दुरुपयोग के रूप में आम सभा चुनाव के पूर्व अजाक एवं सपाक जैसे संगठनो ने सोशल मीडिया पर बंद का आह्वान कर देशभर में अराजकता एवं भय का वातावरण बनाने की कोशिश की थी। ऐसे अनेको उदाहरण हम सभी की जानकारी में आते रहते हैं।                                                                                                                    (6) शीत शिविर के समापन सत्र में विभाग घोष प्रमुख श्री अनिल जी पंचवाल एवं विभाग सह बौद्धिक प्रमुख श्री ब्रजेश जी त्रीपाठी की उपथिति में जिले के सभी नगरो से अलग -अलग विषयो पर शारीरिक का प्रदर्शन संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किया गया, तद्पश्चात श्री ब्रजेश जी त्रिपाठी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, शीत शिविर में कबड्डी ,रस्सा खेच, एवं अन्य खेल प्रतियोगिता भी सम्पन हुई, तथा खेल खेल में अलग -अलग बाधाओं को दूर करते हुए विपरीत परिस्थिति में देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहना सिखाया गया