अटल किसान मजदूर केंटिंग में अब 10रुपये में मिलेगा बढ़िया खाना मंडी में आने वाले किसानों के लिए मनोहर सौगात
अटल किसान-मजदूर कैंटीन में 10 रूपये में मिलेगा बढ़िया खाना, मंडी में आने वाले किसानों के लिए मनोहर सौगात





करनाल। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को करनाल की नई अनाज मंडी में अटल किसान-मजदूर कैंटीन का उद्घाटन किया। इसका निर्माण मार्किटिंग बोर्ड द्वारा किया गया है तथा इस पर 4 लाख रूपये की राशि खर्च हुई है। कैंटीन से लोगों को मात्र 10 रूपये में बढ़िया खाना मिलेगा। जिसमें चार रोटी, दाल, सब्जी व चावल होंगे। कैंटीन खुलने का समय प्रात 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा।


प्रदेश में 25 स्थानों पर की जायेगी इस तरह की कैंटीन की शुरूआत


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मजदूरों व किसानों के लिए शुरू की गई यह योजना बहुत ही कारगर होगी, इससे सब्जी मंडी, अनाज मंडी में आने वाले मजदूरों को सस्ती दर पर पौष्टिक आहार मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शुगर मिल के मजदूरों के लिए भी शीघ्र ही खाने की कैंटीन शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा मार्किटिंग बोर्ड द्वारा प्रदेश के 25 स्थानों पर इस तरह की कैंटीन शुरू की जाएगी। वर्तमान में आज से फतेहाबाद, पंचकुला, भिवानी तथा नूंह सहित पांच स्थानों पर मजदूरों, किसानों एवं व्यापारियों के लिए यह कैंटीन शुरू की जा चुकी है।


मनोहर सरकार ने कैंटीन खोलकर किया है पुण्य का काम: जेपी दलाल


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हमारे शास्त्रों के अनुसार भी भरपेट भोजन मुहैया करवाना सबसे पवित्र कार्य है। इसलिए सरकार ने उचित एवं सस्ती दर पर भोजन मुहैया करवाने की योजना क्रियान्वित करके लोगों को बहुत बड़ा लाभ दिया है। उन्होंने कहा कि सस्ता भोजन उपलब्ध करवाना हमारा नैतिक दायित्व बनता है और यह अंतोदय के लाभार्थ की भावना को भी चरितार्थ करता है। उन्होंने करनाल के लोगों से अनुरोध किया कि इस कैंटीन में प्रतिदिन 300 व्यक्तियों को भोजन मिलेगा। इसलिए यहां के नागरिक भोजन को ग्रहण करके क्वालिटी की फीडबैक अवश्य दें।


कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि सरकार ने किसानों के हित के लिए अनेक नीतियां एवं कार्यक्रम लागू किये है। उन्होंने कहा कि गन्नौर में बनाई जाने वाली इंटरनैशनल फल एवं सब्जी मार्किट को शीघ्र विस्तारित करने का कार्य शुरू किया जा चुका है। इसी प्रकार शुगर मिलों में किसानों को सब्सिडी का लाभ देने के लिए भी सरकार ने अलग से फार्मूला निर्धारित कर दिया है। अब किसानों को सब्सिडी के साथ-साथ गन्ने के भुगतान का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।