मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को दो नगर निगम में बांटने को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने भाजपा ने कहा वोट बैंक की राजनीति खेल रही है कांग्रेस

मध्य प्रदेश  .की राजधानी भोपाल को नगर निगम को दो हिस्सों में बांटने के फैसले के बाद भाजपा का विरोध बंटवारे पर पक्ष और विपक्ष आमने सामने भाजपा ने कहा वोट बैंक की राजनीति खेल रही है कांग्रेस


राजधानी के बंटवारे पर पक्ष और विपक्ष आमने सामने, भाजपा ने कहा-'वोट बैंक की राजनीति खेल रही कांग्रेस'




भोपाल/ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की नगर निगम को दो हिस्सों में बांटने के फैसले के बाद भाजपा का विरोध दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। भाजपा के प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में प्रदेश के 16 लाख लोगों का हस्ताक्षर अभियान चलाया। इसके बाद आज दोपहर राज्यपाल लालजी टंडन से इस संबंध में मुलाकात भी की। मुलाकात के दौरान भाजपा ने राज्यपाल को इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें भोपाल नगर निगम के बंटवारे को अवैधानिक बताते हुए इससे संबंधित अधिसूचना को निरस्त करने की मांग की। इस प्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह अपने पिता दिग्विजय सिंह के साथ राज्यपाल से मिलने पहुंचे, तो बीजेपी ने सवाल उठाया कि, ये अच्छा है कि, राज्यपाल के सामने ही इस समस्या का निराकरण हो जाए।


 



विरोध में आए बीजेपी के दिग्गज


आपको बता दें कि, भोपाल में दो नगर निगम बनाने का सरकार द्वारा फैसला लिया गया। इस फैसले का बीजेपी कड़ा विरोध कर रही है। विरोध को जनसमर्थन दिलाने के लिए भाजपा ने प्रदेश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया था। इसके बाद बीजेपी ने दावा किया कि, कुल 16 लाख लोगों ने भोपाल के बंटवारे को असंवैधानिक और गलत बताया है। उन्हीं के हस्ताक्षर के साथ ज्ञापन लेकर बीजेपी नेता भोपाल में राजभवन पहुंचे और राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाक़ात की। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के साथ कई नेता और सेकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।


 



अधिनसूचना निरस्त करने की मांग


प्रतिनिधि मंडल द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए भोपाल के बंटवारे को लेकर जारी अधिसूचना और सरकार के इस फैसले को गलत बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों में शामिल राकेश सिंह ने मीडिया बातचीत में कहा कि, कांग्रेस भोपाल का बंटवारा करके वोट बैंक की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि, इस बात पर फैसला अप्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली के जरिये किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि, बीजेपी महापौर चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से और निगम बंटवारा नहीं होने देगी। अगर हमारे विरोध को गंभीरता से नहीं लिया गया तो जल्द ही भाजपा इसके खिलाफ सड़को पर उतरेगी। वहीं, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, हमने जनता की भावनाओं के बारे में आज राज्यपाल को जानकारी दी है। कांग्रेस सरकार निकाय चुनाव अप्रत्यक्ष कराने, भोपाल नगर निगम को धर्म के आधार पर बांटने की तैयारी कर रही है, जो हम कतई होने नहीं देंगे।