चरैवेति के वर्तमान में संपादक श्री जय कृष्ण गौड़ हमारे बीच नहीं रहे

इन्दौर :- इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार स्वदेश के पूर्व संपादक तथा चरैवेति के वर्तमान में संपादक श्री जय कृष्ण गौड़ हमारे बीच नहीं रहे. उनका भोपाल में हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया.


गौड़ साहब इंदौर ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश में पत्रकारिता की अपनी निराली शैली के लिए जाने जाते थे. जय कृष्ण गौड़ ने जीवन भर प्रतिबद्ध पत्रकारिता की वे इंदौर से निकलने वाले दैनिक स्वदेश के पहले नगर प्रतिनिधि रहे उसके बाद संपादक भी बने नगर प्रतिनिधि के रूप में उनकी पहचान पूरे शहर में बन गई थी. स्वभाव से जयकृष्ण गौड़ बेहद मिलनसार और हंसमुख थे. यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ ही अन्य सभी दलों के नेताओं से उनके रिश्ते बेहद मित्रवत रहे.


वे इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष भी रहे और उनके कार्यकाल में प्रेस क्लब में उल्लेखनीय कार्य भी हुए. जयकृष्ण गौड़ के बारे में एक सबसे बड़ी बात यह है कि वे बेहद कर्मठ थे और यही वजह है कि अंतिम समय तक वे पत्रकारिता के लिए समर्पित रहे. वे भोपाल में चरैवेति नामक मासिक पत्रिका का संपादन करते थे और भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में ही उनके लिए एक कमरा सुरक्षित था जहां से चरैवेति का प्रकाशन होता है.


पिछले दिनों वरिष्ठ पत्रकार शशिन्द्र जलधारी के निधन पर इंदौर प्रेस क्लब द्वारा शोक सभा का आयोजन रखा गया था. उसमें गौड़ साहब आए थे उस दौरान सभी साथियों से उनकी चर्चा हुई थी. असल में गोपी कृष्ण गुप्ता शशिन्द्र जलधारी और जय कृष्ण गौड़ ये नगर प्रतिनिधियों की एक टीम थी.


इंदौर के नगर प्रतिनिधियों की कहानी जब भी लिखी जाएगी तो उसमें जयकृष्ण गौड़ का नाम अवश्य शामिल रहेगा. उसकी वजह यह है की जय कृष्ण गौड़ ने नगर प्रतिनिधि के रूप में भी अपने दायित्व का पालन बेहद अनूठे तरीके से किया. वे स्वदेश अखबार से लगभग पूरे जीवन ही जुड़े रहे अभी कुछ समय पहले ही उन्होंने वहां से रिटायरमेंट लिया था, लेकिन इसके बावजूद वे स्वदेश में निरंतर लेख लिखा करते थे. जय कृष्ण गौड़ को इसलिए भी याद किया जाना चाहिए कि उन्होंने नगर प्रतिनिधि के रूप में अपनी एक अलग ही इमेज बनाई उन्हें शिवराज शासनकाल में संस्कृत बोर्ड में भी मनोनीत किया गया था.


आपके परिवार में पुत्र चंद्रेश गौड़ पुत्र वधू लता गौड़ व पोता गौतम है। अंतिम यात्रा आज 15 अक्टूबर मंगलवार को- पी-40 गोल्फ लिंक (करुणा सागर अपार्टमेंट के पास ) कनाडिया बाईपास से प्रारंभ होगी और तिलक नगर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार होगा।