अयोध्या श्री राम मंदिर विवाद मामले में सुनवाई पूरी फैसला सुरक्षित अब फैसला 17नवंबर तक आने की उम्मीद है सुप्रीम कोर्ट ने 70 पुराने मामले को सुरक्षित रखा

अयोध्या विवाद मामले में सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित, 17 नवंबर से पहले आने की उम्मीद



अयोध्या विवाद मामले में सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित, 17 नवंबर से पहले आने की उम्मीद
 


नई दिल्ली। चालीस दिन की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को राजनीतिक रूप से अति-महत्वपूर्ण 70 वर्ष पुराने मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ ने 6 अगस्त से मामले में रोजाना सुनवाई शुरू की थी। इससे पहले अदालत द्वारा नियुक्त मध्यस्थता पैनल मामले को सुलझाने में विफल रही थी। पैनल की अध्यक्षता शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश कर रहे थे।

बुधवार को अपराह्न चार बजे, मुस्लिम पक्ष की ओर से पेश राजीव धवन बहस कर रहे थे, प्रधान न्यायाधीश ने सुनवाई को समाप्त कर दिया और घोषणा करते हुए कहा कि अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। प्रधान न्यायाधीश गोगोई ने कहा, सुनवाई पूरी हो चुकी है और फैसले को सुरक्षित रख लिया गया है। ऐसी उम्मीद है कि 17 नवंबर को अपनी सेवानिवृत्ति से पहले प्रधान न्यायाधीश मामले में फैसला सुनाएंगे।

पीठ में न्यायमूर्ति एस.ए. बोबडे, न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति डी.वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एस.ए. नजीर शामिल हैं। सुनवाई के अंतिम दिन, न्यायालय खचाखच भरा हुआ था और हिंदू व मुस्लिम दोनों पक्षों के बीच काफी तीखी बहस देखने को मिली। धवन ने एक पिक्टोरियल मैप को फाडक़र अदालत को स्तब्ध कर दिया, जिसे अखिल भारतीय हिंदू महासभा के एक वरिष्ठ वकील द्वारा भगवान राम के जन्मस्थली के तौर पर दर्शाया गया था।