वायुसेना में शामिल हुआ अपाचे हेलीकॉप्टर






वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ खतरनाक हेलीकॉप्टर 'अपाचे', एक साथ कई टारगेट पर अटैक करने में सक्षम


 

वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ खतरनाक हेलीकॉप्टर 'अपाचे', एक साथ कई टारगेट पर अटैक करने में सक्षम

 



नयी दिल्लीः भारतीय वायुसेना आज से अब और मजबूत हो गई. इसके साथ ही वायुसेना दुश्मन के ठिकानों को पलक झपकते ही नेस्तनाबूद करने में महारत हासिल कर ली है. दरअसल, आज यानी मंगलवार को भारतीय वायुसेना में के बेड़े में आठ अपाचे हेलीकॉप्टर शामिल हो गए.  पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ अपाचे हेलीकॉप्टरों को वायुसेना में शामिल कराया. 





 




 

 


बता दें कि पठानकोट एयरबेस पर ही साल 2016 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमला किया था. दो पायलटों वाले अपाचे हेलीकॉप्टर 60 फुट ऊंचाई और 50 फुट चौड़ाई वाले हैं. अपाचे हेलीकॉप्टर में बड़े विंग के साथ दो इंजन लगाए गए हैं. जिसके चलते इनकी रफ्तार बाकी किसी लड़ाकू हेलिकॉप्टर से कहीं ज्यादा है.


अपाचे हेलिकॉप्टरों में दो सीट दी गई है और इसमें हेलीफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें लगी हुई हैं. जो दुश्मन को पलक झपकते ही नष्ट कर देंगी. अपाचे हेलीकॉप्टर में एक सेंसर भी लगा है, जिसकी वजह से ये हेलीकॉप्टर रात में भी किसी ऑपरेशन को अंजाम दे सकने में सक्षम है. अपाचे हेलीकॉप्टर की रफ्तार 365 किलोमीटर प्रति घंटा है. इसमें 30 एमएल की दो गन लगी हुई हैं.


यह  हेलीकॉप्टर एक साथ कई टारगेट पर अटैक करने में सक्षम है. अपाचे को दुनिया का सबसे खतरनाक अटैक हेलीकॉप्टर माना जाता है. भारतीय वायुसेना ने 'अपाचे हेलीकॉप्टर' के लिए अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ सितम्बर 2015 में कई अरब डॉलर का अनुबंध किया था.


इसके तहत बोइंग ने 27 जुलाई को 22 हेलीकॉप्टर में से पहले चार हेलीकॉप्टर दिए गए थे.. यह हेलीकॉप्टर थर्मल इमेजिंग सेंसर का इस्तेमाल करके छिपे आतंकवादियों का भी पता लगा सकता है और आतंकियों से अपनी 30 mm गन या एंटी पर्सनल रॉकेट्स से निपट सकता है.