तीर्थ नगरी पुष्कर पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत का परशुरामद्वारा में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वागत किया गया.

पुष्कर में पुरोहितों ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से देश से आरक्षण खत्म करने की मांगी दक्षिणा               आरक्षण खत्म करने की मांगी दक्षिणा पुष्कर पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने पूजा-अर्चना की. इस दौरान पुरोहितों ने दक्षिणा के रूप में भागवत से देश से आरक्षण खत्म कराने की मांग कर दी.                                     राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की राष्ट्रीय समन्वय । बैठक में भाग लेने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) मंगलवार को तीर्थ नगरी पुष्कर (Pushkar) पहुंचे. भागवत ने पुष्कर यात्रा का शुभारंभ निम्बार्कपीठ के परशुराम मंदिर में दर्शन और पवित्र पुष्कर सरोवर में पूजाअर्चना (Prayer) के साथ की. इस दौरान पुरोहितों ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से दक्षिणा के रूप में देश से आरक्षण खत्म कराने की मांग कर दी. इससे पहले संघ प्रमुख का परशुरामद्वारा में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वागत किया गया. बाद में संघ प्रमुख ने गिरधर गोपाल मंदिर और परशुराम देवाचार्य मंदिर के दर्शन भी किए. पवित्र सरोवर की पूजा-अर्चना के समय संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ निम्बार्काचार्य श्रीजी श्याम शरण देवाचार्य भी थे. बाद में श्रीजी और संघ प्रमुख के बीच बंद कमरे में मुलाकात भी हुई.    11 सितम्बर तक पुष्कर में रहेंगे सर संघचालक आरएसएस की अखिल भारतीय समन्वय बैठक 7 सितम्बर से पुष्कर में होगी. इसके लिए सर संघचालक 3 से 11 सितम्बर तक पुष्कर में ही रहेंगे.                                           ये है कार्यक्रम                                                           अखिल भारतीय समन्वय बैठक 7 सितम्बर से शुरू होकर 9 सितम्बर तक चलेगी. बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य और समाज जीवन के विविध क्षेत्रों (सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, शिक्षा, सेवा आदि) में काम करने वाले तीन दर्जन संगठनों के करीब 200 पदाधिकारी शामिल होंगे. बैठक में सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, कृषि, पर्यावरण, जल संरक्षण समेत अन्य समसामायिक विषयों पर मंथन होगा. इस दौरान विविध क्षेत्रों में काम करने वाले संगठनों के कार्यकर्ता भी अनुभव, विचार और उपलब्धि साझा करेंगे. उन्होंने कहा कि बैठक के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.