महू चित्तौड़ के बीच में मार्च तक हो जाएगा पूरा काम इंदौर रतलाम चित्तौड़ के यात्री का होगा फायदा

डेमू के बाद महू-चित्तौडग़ढ़ के बीच अब चलेगी मेमू ट्रेन, मार्च तक हो जाएगा काम


 





 महू-इंदौर-रतलाम-चित्तौडग़ढ़ के यात्रियों को होगा फायदा




इंदौर. महू-इंदौर-रतलाम रेललाइन को ब्रॉडगेज करने के बाद अब बिजली से ट्रेन दौडऩे के काबिल भी कर दिया गया है। डेमू ट्रेन की तर्ज पर जल्द इस ट्रैक पर मेमू ट्रेन भी दौडऩेे लगेगी, जो पर्यावरण हितैषी तो होगी ही, इसके साथ शहरों के बीच दूरी और समय भी घट जाएगा। रेल अफसरों की मानें तो जावरा-मंदसौर सेक्शन के बीच अभी ओएचई का काम चल रहा है, जिसे आगामी कुछ माह में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद महू से सीधे चित्तौडग़ढ़ तक मेमू ट्रेन दौडऩा शुरू हो जाएगी


महू-इंदौर-लक्ष्मीबाईनगर-फतेहाबाद-रतलाम सेक्शन में विद्युतीकरण कार्य जुलाई माह में पूरा हो चुका है। सीआरएस रिपोर्ट भी आ चुकी है। अब रेलवे जावरा से मंदसौर तक के सेक्शन में इस कार्य को तेजी से करने में लग गया है। इसी माह इस सेक्शन में ओएचई का सीआरएस होना है। इसके साथ ही अक्टूबर माह के अत तक मंदसौर से नीमच तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अफसरों की माने तो मार्च 2020 तक महू से इंदौर-रतलाम होते हुए चित्तोडग़ढ़ तक मेमू ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।


यह मिलेगा फायदा


डेमू की तर्ज पर मेमू ट्रेन के कोच को भी कम दूरी के यात्रियों के लिहाज से तैयार किया जाता है। मेमू ट्रेन इलेक्ट्रिक इंजन से चलती है। जबकि डेमू ट्रेन डीजल कार से चलती है, जिससे प्रदूषण होता है।