भोपाल : मध्य के पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह ने गुमठी वालों के पक्ष में प्रदर्शन करते वक्त सारी हद लांघते हुए म.प्र. मुख्यमंत्री कमलनाथ का खून सड़कों पर बहाने का जो बयान दिया, इस के बाद विधानसभा में सत्तापक्ष कांग्रेस के विधायकों ने जमकर हंगामा किया जो भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन गया।
संभवत: सदन में यह पहला मौका है जब सत्तापक्ष के विधायकों ने गर्भगृह में आकर नारेबाजी की हो। प्रश्नकाल शुरू होते ही मंत्रियों सहित सत्तापक्ष के सभी विधायक एक साथ खड़े हो गए और पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह के बयान को लेकर विरोध जताने लगे।
मंत्रियों ने कहा कि इस घटना से भाजपा का असली चरित्र सामने आ गया है। महात्मा गांधी के देश में इस तरह की विचारधारा नहीं चलेगी। भाजपा नेता खून-खराबे की बातें कर रहे हैं। वे धमकी दे रहे हैं कि सड़कों पर जो खून बहेगा वो मुख्यमंत्री कमलनाथ का होगा। ये अराजकता है और भय का माहौल बनाकर प्रदेश की फिजा ख़राब करने की कोशिश हो रही है।
पूरे विधायक गर्भगृह में आ गए और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को मारने की भाजपा साजिश रच रही है। पूर्व विधायक खून-खराबे की बातें कर रहे हैं। पार्टी को सदन में माफी मांगनी चाहिए।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा सहित अन्य भाजपा विधायकों ने कहा कि हम इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। हंगामे के कारण दो बार प्रश्नकाल में सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।