रावेर खेड़ी स्थित श्रीमंत बाजीराव पेशवा प्रथम की समाधि का होगा जीर्णोद्धार बनेगा एक भव्य स्मारक।

 हिंदवी स्वराज्य के सर सेनापति श्रीमंत बाजीराव पेशवा प्रथम की समाधि मध्य-प्रदेश के खरगोन जिले के सनावद तहसील के रावेर खेड़ी नामक ग्राम में स्थित है। यह समाधि स्थल पिछले कई वर्षों से जीर्णोद्धार होने की राह देख रहा है। नर्मदा नदी पर बनने वाले महेश्वर हाइड्रल पावर बांध के बैक वाटर में यह समाधि डूब में आ रही है लेकिन पिछले कई वर्षों से महेश्वर बांध का काम पूर्ण नहीं हो पाया है। इसलिए यह समाधि अभी तक बची हुई है। पिछले कई वर्षों से स्थानीय जनता एवं बाजीराव प्रेमी श्रीमंत बाजीराव पेशवा स्मृति प्रतिष्ठान के माध्यम से इस समाधि के रखरखाव और जीर्णोद्धार की व्यवस्थाएं संभाल रहा है । 


 इसी तारतम्य में अखिल भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष और राज्यसभा के सदस्य डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे जी भी पिछले कुछ वर्षों से इस जीर्णोद्धार हेतु प्रयासरत है। पिछले शुक्रवार पुणे के कुछ बाजीराव समिति के सदस्य एवं डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे जी की भेंट भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह जी से हुई डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे जी ने अमित भाई से कहा कि श्रीमंत बाजीराव पेशवा के समाधि स्थल पर एक भव्य दिव्य समाधि स्थल का निर्माण होना चाहिए । इस पर अमित शाह जी ने भी अपनी सहमति जताते हुए तत्काल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से फोन पर चर्चा की और उन्हें फोन पर ही इस प्रकल्प तत्काल मंजूरी प्रदान करने को कहा ।

विदित हो कि कुछ वर्षों पूर्व यह समाधि पूरी तरह से खंडहर में बदल गई थी , लेकिन श्रीमंत बाजीराव पेशवा स्मृति प्रतिष्ठान के माध्यम से उसका उचित रखरखाव कर देखभाल की जा रही है । साथ ही वहां पहुंचने के लिए कुछ वर्ष पूर्व तक रोड की भी व्यवस्था नहीं थी जो कि वर्तमान में  मध्यप्रदेश शासन और पर्यटन विभाग के सहयोग से सांसदों विधायकों की निधि से समाधि स्थल तक रोड का निर्माण पूर्ण हो गया है । लेकिन अभी भी आने वाले यात्रियों को वह सुविधाएं नहीं हैं जो एक पर्यटन स्थल के रूप में होनी चाहिए। अब गृहमंत्री श्री  अमित शाह जी की घोषणा से बाजीराव प्रेमियों में यह आशा बंधी है कि शीघ्र ही यहां एक दिव्य भव्य श्रीमंत बाजीराव पेशवा जी का स्मारक बनेगा और यह स्थल एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा।


निवेदक

श्रीपाद कुलकर्णी बांगर

सचिव

श्रीमंत बाजीराव पेशवा स्मृति प्रतिष्ठान मध्य प्रदेश