सेवा भारती दूरभाष मित्र अभियान

सेवा भारती ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिल कर दूरभाष मित्र अभियान


सेवा भारती ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिल कर जिन लोगों को सर्दी, खांसी और बुखार पीड़ित हैं। उनलोगों का कोविड-19 टेस्ट हेतु सैंपल एकत्रित किया उनकी सूची सेवा भारती भोपाल के दूरभाष मित्र अभियानvolunteer बंधभागिनियों से साझा किया।


"दुरभाष मित्र" टीम की बहनों में मात्र 4 दिनों में सभी 672 लोगों को कॉल किया, जिनमें से 564 लोगों से बा (उनमें 2 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं)। संपर्क करके उन्हेंअपना व सेवा भारती का परिचय दिया, , और दूरभाष मित्र अभियान का बारे बताया।


 उनकी विभिन्न शंकाओं का समाधान किया गया, 


लॉकडाउन संबंधित नियमों का पालन करने की सलाह दी,


 सची के कछ लोग जो अन्य बीमारियों से परेशान थे, और जिनका डॉक्टर। चिकित्सक से संपर्क नहीं हो रहा था, उनकी सूची सेवा भारती के डॉ दिनेश शर्मा जी को दी। डॉ दिनेश शर्मा जी ने ततत्परता से उनकी समस्याओं का समाधान किया, 


प्रत्येक व्यक्ति से आत्मियता से बात करके उनके स्वास्थ्य एवं परिवार के विषय में जानकारी ली। ऐसे कठिन समय में कोई बहन हमारा हाल चाल पूछ रही है एवं स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएं दे रही है, तो आत्मविश्वास बढ़ा- आज पूरा समाज हमारे साथ एक परिवार की तरह खड़ा है। घर के तनाव पूर्ण वातावरण में थोड़ी राहत आयी, वातावरण सकारात्मक हुआ, मन शान्त हुआ।


संपर्क करने से यह भी ध्यान में आया कि जिनका टेस्ट हआ है (अधिकांश मजदूर एवं छोटे-छोटे रोजगार करने वाले, दुकानदार आदि), उनकी प्रमुख परेशानी यह थी कि टेस्ट के बाद उन्हें रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है, जिससे घरवाले चिंतित हैं और सभी क्वारंटाइन की स्थिति में हैं। यह बिंद प्रशासन के ध्यान में ला दिया गया है।


एक अकेले परिवार को, संक्रमण की शंका पर क्वारंटाइन कर अलग-थलग करने मात्र से कोरोना से युद्ध नहीं जीता जा सकता। ऐसे में उनका मनोबल टूटने लगता है और परेशानी के कारण नकारात्मकता आती है। परंतु, "दूरभाष मित्र अभियान" के द्वारा उन्हें यह विश्वास होता है कि समाज ने उन्हें भुलाया नहीं, अपितु एक परिवार की तरह निरंतर उनकी चिंता कर रहे।


तब ऐसे ममतामयी समाज के लिए क्वारंटाइन रहना और थोड़ी असुविधा सहना सहर्ष स्वीकार्य होता है। हमारी 'दूरभाष मित्र' बहनें- सुनीला माथुर जी, माधवी मुंजे जी,आशा पुणतांबेकर जी, रचना पुरोहित जी,ज्योत्सना सक्सेना जी, प्रमिला सुंदर जी, अपर्णा सप्रे जी, गीतांजलि शुक्ला जी, मंजलता शर्मा जी एवं आभा पाण्डेय जी- जिन्होंने अपने व्यस्त जीवन से, गृहकार्य के कठिन दायित्वों को पूरा करते हए, समय निकालकर, इस अनोखे सेवा कार्य में कर्मठता से सहयोग दिया एवं उसे सफल बनाया, उनका हृदय से आभार। कई पुलिसकर्मी एवं शिक्षित लोग "दूरभाष मित्र" बहनों के नि:स्वार्थ सेवा भाव से बहुत प्रभावित हैं।