लू क्या है, इससे बचने के उपाय क्या है भीषण गर्मी के चलते जानलेवाल से कैसे बचें।

लू क्या है, इससे बचने के उपाय क्या है।


उज्जैन28 मई। भीषण गर्मी के चलते जानलेवाल से कैसे बचें इस पर डॉ.विपिन पोरवाल ने विस्तार से जानकारी देते हए बताया कि कोविड-19 के चलते स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस, अन्य सेवा प्रदान करने वाले इस गर्मी से जूझ रहे हैं। इसलिये खुदको लू से बचाने के लिये विभिन्न उपाय करना चाहिये। उन्होंने बताया कि लू लगना क्या होता है, लू क्या है यह पता होना ज़रूरी है, क्योंकि इलाज से बेहतर बचाव होता है। लू लगना (हीट स्ट्रोक) शरीर की वह रुग्ण अवस्था है, जिसमें गर्मी के कारण शरीर का तापमान 104 डिग्री फैरनहाइट के पास पहँच जाता है। तुरंत उपचार न मिलने पर मृत्यु या स्थायी विकलांगता भी हो सकती है। 


कारण


तापमान का बढ़ना, शरीर में पानी की कमी, चिलचिलाती धूप में निकलना, एयर फ़्लो का अभाव, भीषण आग के निकट रहना।


लक्षण


बुखार, त्वचा का लाल पड़ना, रुखा होना, गर्म होना, नम होना, नाड़ी तेज चलना, चक्कर आना, सिरदर्द होना, जी मचलना, घबराहट होना, अधिक पसीना आना, बेहोश होना, गाटे रंग का पेशाब आना, कंफ्यूजन होना, मांसपेशियों में ऐंठन आदि इसके लक्षण हैं।


बचाव


ल से बचाव के लिये पानी पर्याप्त मात्रा में पियें (3-4लीटर/प्रतिदिन), ठंडे पेय पदार्थ का सेवन ज़रूर करें, मट्ठा, दही की लस्सी, नींबू पानी का रस मिला जल, नारियल पानी, गन्ने का रस, मूंग दाल का पानी, एक चम्मच प्याज का रस शहद में मिलाकर सेवन करें। हल्के ढीले और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें, सिर को हमेशा टोपी से ढंककर रखें, गर्म कमरों में बैठने से बचें, छायादार जगह पर बैठे ठंडे पानी से स्नान करें, शराब, कार्बोनेटेड पेय और सुरज की किरणों से बचें।


उपचार


हाईड्रेट करना, ड्रिप लगाना, ऑक्सीजन थैरेपी, थेरेपेटिक कूलिंग एवं बर्फ वाले पानी का पैक तापमान कम करने में मदद करते है।