मध्य प्रदेश इंदौर डॉक्टर' बेच रहा था फल-सब्जी
इंदौर. नगर प्रतिनिधि। कोरोना वायरस के कारण इंदौर रेड झोन में है, फिर भी कुछ लोग लॉक-डाउन का मजाक उड़ाने से नहीं चूक रहे। ऐसे ही एक युवक को नगर निगम के सेहत अफसर ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया। उसने गाड़ी पर फर्जी कर्फ्यू पास लगा रखा था और कह रहा था मैं डॉक्टर हूं।
कलेक्टर मनीषसिंह ने लॉक-डाउन में सब्जियों और फलों पर रोक लगा रखी है कि इससे कोरोना वायरस फैलने का खतरा है। नगर निगम के अफसरों को हिदायत है कि वे कहीं भी सब्जी न बिकने दें। इसी की निगरानी के दौरान कुछ दिन पहले नगर निगम के सेहत अफसर विवेक गंगराड़े ने काजी की चाल में युवक को एक घर से सब्जी और फल लेते देखा।
पूछताछ पर उसने कहा कि मेरा एनजीओ है। मैं नर्सिंग स्टॉफ और पुलिस को नाश्ता पहुंचाता हूं। उसे बताया कि सब्जी और फल पर रोक है, लेकिन वो कुछ सुनने को तैयार नहीं था। इस पर गंगराड़े ने पीसीआर वैन बुलाई और युवक को उसके हवाले कर दिया। परसों फिर वो उसी जगह दिखाई दिया। उसने एक्टिवा पर कर्फ्यू पास लगा रखा था। डॉ. अभिषेक वर्मा नाम लिखा था। फोटो किसी बच्चे का लगा था। नीचे संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक, बीएमसी चिकित्सालय, सागर लिखा था। गंगराड़े का कहना है कि कर्फ्यू पास उसने खुद ही लिख लिया था। देखने से ही लग रहा था कि ये फर्जी है। यदि उसे लॉक-डाउन में एनजीओ के तौर पर काम करने की इजाजत दी भी गई होती तो इंदौर कलेक्टर या सीएमएचओ की तरफ से जारी कर्फ्यू पास होना था। वो अपना उपनाम भी कभी वर्मा तो कभी कुछ और बता रहा था। दरअसल, वो फर्जी पास लगाकर लॉकडाउन में सब्जी और फल बेच रहा था। इस बार उसे तुकोगंज पुलिस के हवाले किया। अफसरों को ये भी बता दिया है कि पहले भी इसे पकड़ा था, मगर फिर वो वही गलती करता पकड़ाया। उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है।
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