उत्तर प्रदेश मुजफ्फर नगर मैं हिंसा करने वाले 47 आरोपियों की दुकानें सील
मुजफ्फरनगर में हिंसा करने वाले 47 आरोपियों की दुकानें सील



 




 



पुलिस ने हिंसा के आरोप में मालदा (पश्चिम बंगाल) के 6 लोगों को गिरफ्तार किया


 



नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. हिंसा को लेकर डीजीपी ओपी सिंह को मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार (21 दिसंबर) को तलब किया, जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह सीएम से मिलने पहुंचे. करीब 20 मिनट तक चली चर्चा में उन्‍होंने कानून व्यवस्था को लेकर अपडेट दी. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने डीजीपी को हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दिए.

 


मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से किये गए ट्वीट में कहा गया कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके नुकसान की भरपाई की जाएगी.


प्रशासन ने इस पर कार्रवाई भी शुरू कर दी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुजफ्फरनगर में हिंसा करने वाले आरोपियों की 47 दुकानों को प्रशासन ने सील कर दिया है. जी मीडिया के समाचार के अनुसार मुजफ्फरनगर के एसपी सिटी सतपाल ने बताया कि हमने हिंसा के दौरान जो वीडियोग्राफी की थी, उसके आधार पर इन उपद्रवियों की पहचान की और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले इन लोगों की दुकानों को प्रशासन ने सील कर दिया है.


दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शऩ के दौरान हुई हिंसा के तार पश्चिम बंगाल से जुड़ रहे हैं. पुलिस ने पश्चिम बंगाल के मालदा के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूरे उत्तर प्रदेश में अभी तक 5200 लोगों को गिरफ्तार किया है.


डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि, 'प्रारंभिक जांच में हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान बाहरी तत्वों की मौजूदगी का पता चला है. सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है. उन सभी क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जहां वरिष्ठ अधिकारियों ने आवश्यकता देखी.'