मध्यप्रदेश इंदौर शहर के सांसद शंकर लालवानी विवाह समारोह में अनोखा गिफ्ट दे रहे हैं सांसद शंकर लालवानी दुल्हा दुल्हन को हेलमेट गिफ्ट में दे रहे हैं

इंदौर. यदि आप किसी के विवाह समारोह (Wedding ceremony) में जाते हैं तो आमतौर पर क्या गिफ्ट (Gift) देते हैं. कुछ लोग बुके लेकर जाते हैं तो कुछ डेकोरेटिव आइटम्स या फिर कोई फोटो फ्रेम जैसी चीजें, तो कुछ लोग लिफाफे देते हैं लेकिन इंदौर (Indore) के सांसद (MP) शंकर लालवानी (Shankar Lalwani) विवाह समारोहों में अनूठा गिफ्ट दे रहे हैं. सांसद शंकर लालवानी दूल्हा दुल्हन को हेलमेट (Helmet) गिफ्ट में दे रहे हैं. उनका मानना है कि हेलमेट को लेकर देश में जागृति लाना जरूरी है क्योंकि सड़क दुर्घटनाओं के सबसे ज्यादा शिकार युवा ही होते हैं, ऐसे में हेलमेट उनकी जान बचा सकता है. शंकर लालवानी का कहना है कि, 'कई दो पहिया वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनते और हादसों का शिकार हो जाते हैं ऐसे में जब एक नवविवाहित जोड़े को हम नई जिंदगी के लिए शुभकामनाएं देते हैं तो मै उन्हें हेलमेट देकर कहता हूं जुग जुग जीयो.'



अनूठे गिफ्ट की हो रही है तारीफ
इंदौर सांसद के इस अनूठे गिफ्ट की हर कोई तारीफ कर रहा है. शंकर लालवानी पिछले कई दिनों से विवाह आयोजनों में पहुंचकर हेलमेट बांट रहे हैं और लोगों से हेलमेट पहनने की अपील भी कर रहे हैं. लोग भी उनकी बात मानकर रोड पर ज्यादा सुरक्षित होने की बात कह रहे हैं साथ ही सांसद से वादा भी कर रहे हैं कि वो हेलमेट जरूर पहनेंगे और सुरक्षित रहेंगे.


सड़क दुर्घटनाओं के शिकारों में युवा ज्यादा इंदौर में सड़क हादसों का सबसे ज्यादा शिकार युवा हो रहे हैं ये एक चिंता का विषय बन गया है. 2017-2018 में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 613 लोगों की मौत हुई उसमें 208 युवा थे यानी 35 प्रतिशत युवाओं ने अपनी जान गंवाई. ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों से साफ होता है कि साल 2017 और 2018 में सड़क दुर्घटनाओं में 18 से 34 साल आयु समूह वाले करीब 208 लोगों की मौत हुई थी. मृतकों में 22 युवतियां भी शामिल थीं.


सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई
ट्रैफिक पुलिस के डीएसपी उमाकांत चौधरी का कहना है कि वैसे पुलिस ने ट्रैफिक सुधार को लेकर जो प्रयास किए उससे मौतों की संख्या में लगातार कमी आ रही है लेकिन युवाओं की ज्यादा मौत होना चिंता का विषय है. युवाओं का वाहनों को तेज गति से चलाना, दोपहिया वाहन चलाते हुए हेलमेट नहीं पहनना दुर्घटनाओं में मौत का सबसे बड़ा कारण है. एक्सीडेंट के दौरान सिर में लगने वाली गंभीर चोटें मौत का मुख्य कारण बनती हैं. डीएसपी चौधरी के मुताबिक पिछले साल 10 महीनों में सड़क हादसों में 276 लोगों की मौत हुई थी जबकि इस साल पिछले 10 महिनों में ये संख्या घटकर 251 हो गई है. उन्होंने कहा कि इस साल अभी तक 2806 एक्सीडेंट हुए है जो पिछले साल के मुकाबले कम हैं.