इंदौर पुलिस का महिलाआत्मरक्षा सुरक्षा चळ) अभियान एसएसपी इंदौरने ठानाजों को किया साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक एवं बताएं उन्हें आत्मरक्षा के उपाय इंदौर दिनांक 22 अक्टूबर 2019- महिला अपराधों की रोकथाम उनके सुरक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों के तहत इंदौर पुलिस द्वारा महिला आत्मरक्षा (सुरक्षा चक्र) जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत आज दिनांक 22-10-19 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्रीमती रुचि वर्धन मिश्र के मुख्य आतिथ्य में गुजराती गर्ल्स स्कूल में एक महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण व साइबर सेफ्टी जागरुकता सेमीनार आयोजित किया गया। जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री शैलेंद्र जी चौहान, थाना प्रभारी सेन्ट्रल कोतवाली गुजराती गर्ल्स कॉलेज के स्टाफ सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही। कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रुचि वर्धन मिश्र द्वारा बताया कि जैसे बच्चे आजकल इंटरनेट का उपयोग कर बर्चुअल वर्ल्ड में जी रहे है सोशल मीडिया पर आपके द्वारा शेयर या पोस्ट की गई आपपकी फोटो या निजी जानकारी को देखकर कोई भी व्यक्ति आपको परेशान कर सकता है तो उससे किस प्रकार अपनी सुरक्षा करना है । यह स्वयं का निर्णय होना चाहिये कि हमें अपनी कोन सी फोटो या निजी जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट करनी और कोन-सी नही। साथ ही छात्राओ को यह भी बताया कि कोन-सा । निर्णय सही है और कोन-सा गलत आपको इसकी पहचान होनी चाहिये। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर ने उपस्थित छात्राओ को संबोधित करते हए कहा कि, महिला सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंनेआत्मरक्षा हेतु कई सेल्फ डिफेंस ट्रिक बताये। यह ट्रिक है जो अपने से कई गुना ताकतवर व्यक्ति/अपराधी से। बचा सकती हैं। यह ट्रिक सभी महिलाओं को सीखनी चाहिए। इस दौरान सेल्फ डिफेस टीम के द्वारा छात्राओ को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण भी दिया गया । उसका लाइव-डेमो कराया गया इसमें स्थानीय छात्राओं को भी शामिल किया गया ताकि उन्हें आत्मरक्षा के प्रति विश्वास उत्पन्न हो सके और इसमें छात्राओं की सहभागिता देखकर हम उत्साहित हैं । यह कार्यक्रम लगातार स्कूलों कॉलेजों में और महिलाओं बच्चों के लिए लगातार जारी । रहेंगे। सेमीनार में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने साइबर सुरक्षा के वारे में भी जानकारी दी गई। जिसमें छात्राओ को फेसबुक, इंस्टाग्राम , वाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया साइटो पर महिलाओ के विरुद्ध हो रहे अपराधो के बारे में जानकारी दी गई एवं बताया कि इस तरह के अपराधो से कैसे बचा जा सकता है एवं वताया कि किस प्रकार से लोग इंटरनेट के आदी हो चुके है और इंटरनेट पर बिजी रहने के कारण लोगो का माइंड एवं बॉडी स्ट्रक्चर खराब हो रहा है इससे लोगो को बचना चाहिये । आई.एक्ट. के अपराधो के बारे में जानकारी दी जानकारी दी साथ ही बताया कि इस अभियान के तहत छात्राओं महिला बच्चियों को निम्न जानकारी व प्रशिक्षण दिया जा रहा है . साइबर जागरुकता- इंटरनेट के इस दौर में स्कूल की छात्राओ को साइबर सुरक्षा के वारे में फेसबुक, इंस्टाग्राम वाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया साइटो पर महिलाओ के विरुद्ध हो रहे अपराधो के वारे में जानकारी देना । किस तरह आन लाइन अपराधो से कैसे बचा जा सकता है। इंटरनेट की लत के कारण लोगो का दिमाग और शरीर पर पड़ रहे बरे असर की जानकारी देना महिला आत्मरक्षा- जब किसी अपराधी से आपका सामना हो तब आप कैसे बच सकते है और यदि अपराधी के चंगुल में फंस जाये तो सेल्फ डिफेंस की तरकीबो से कैसे बचा जाये मार्शल आर्ट्स के जानकारो द्वारा डेमो प्रशिक्षण दिया गया । इसमें स्थानीय छात्राओं को शामिल कर आत्मविश्वास जागृत करना । महिलाओ के कानूनी अधिकारो ' की जानकारी और हेल्पलाइन संबंधी सुझाव । सम्पत्ति सुरक्षा - राह चलते महिलाये धोखा धड़ी और चेन स्नैचिग जैसे अपराधो से सयं को कैसे सुरक्षित रखै सुरक्षा टिप्स देना । पीछा करने वाले बदमाशों की पहचान सड़क सुरक्षा - सड़क दुर्घटनाओ में कमी लाने और सफर सुरक्षित करन के लिये । हेलमेट पहनने व ट्रैफिक नियमो के पालन की सलाह । सम्पर्क के सभी व्यक्तियो को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने पर जोर ।
इंदौर पुलिस का महिला आत्मरक्षा सुरक्षा चळ) अभियान