स्वदेशी पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण; निशाना अचूक, दागो और भूल जाओ

अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने गुरुवार को देश में ही विकसित कम वजनी, दागो और भूल जाओ की तकनीक वाली मैन पोर्टेबल (मनुष्यों द्वारा उठाई जाने वाली) एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल यानी MPATGM का आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में सफल परीक्षण किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई दी है.
मिसाइल को एक मैन पोर्टेबल ट्राइपॉड से दागा गया और इसके निशाने पर एक नकली सक्रिय टैंक था. मिसाइल ने टॉप अटैक मोड में लक्ष्य को निशाना बनाया और इसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया. इस दौरान मिशन के सभी उद्देश्य हासिल किए गए.
MPATGM का तीसरा सफल परीक्षण
यह MPATGM का तीसरा सफल परीक्षण है. यह एडवांस फीचर्स के साथ मिसाइल अत्याधुनिक इंफ्रारेड इमेजिंग सीकर से लैस है. इस परीक्षण ने सेना के लिए थर्ड जेनरेशन पीढ़ी की स्वदेशी मैन पोर्टबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल हासिल करने का रास्ता बना दिया है.
दिन-रात कभी भी हमला करने में सक्षम
डीआरडीओ के अनुसार, इस मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का निशाना अचूक है और दुश्मन के टैंक का पीछा करते हुए उसे तबाह करने में सक्षम है. इस मिसाइल वजन में इतना हल्का है कि इसे कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है. इसकी एक और खासियत यह है कि यह दिन और रात दोनों समय में दुश्मन को तबाह करने की क्षमता रखता है.