इंदौर गणेश चतुर्थी और मोहर्रम के पर्व को देखते हुए जिल प्रशासन और पुलिस ने झांकी मार्ग का निरीक्षण किया

इंदौर. प्रदेश सहित इंदौर में भी एक साथ गणेश चतुर्थी और मोहर्रम के पर्व को देखते हुए जिल प्रशासन और पुलिस ने शनिवार को झांकी मार्ग और मोहर्रम के निकलने वाले जुलूस मार्ग की निरीक्षण किया। झांकी मार्ग में आने वाली बाधाओं और सुरक्षा इंतजाम को देखते हुए कलेक्टर लोकेश जाटव और एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने सभी अधिकारियों से बात की और तैयारियों का जायजा लिया। बिजली विभाग, नगर निगम के सभी अधिकारियों को मौके पर बुलाकर दिशानिर्देश दिए गए। आयोजन से जुड़े विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि दोनों ही समुदायों की धार्मिक भावना किसी भी प्रकार से आहत ना हो और शांतिपूर्ण तरीके से पर्व मनाया जा सके, इसका ध्यान रखा जाए।                                                                अनंत चतुर्दशी के अवसर पर निकलने वाली परंपरागत। झांकी चल समारोह की व्यवस्था के लिए प्रशासन की टीम ने झांकी मार्ग का दौरा किया। लगभग 100 सालों से निकल रहे इस गणेश विसर्जन जुलूस में शहर के साथ ही आसपास के जिलों के लाखों लोग शामिल होते हैं। झांकियां ।।चिकमंगलूर चौराहा, जेल रोड, एमजी आसपास के जिलों के लाखों लोग शामिल होते हैं। झांकियां डीआरपी लाइन से शुरू होकर चिकमंगलूर चौराहा, जेल रोड, एमजी रोड, कृष्णपुरा छत्रीनंदलालपुरा, जवाहर मार्ग, गुरुद्वारा चौराहा, बंबई बाजार, नर्सिंह बाजार चौराहा, सितलामाता बाजार, गोराकुंड चौराहा, खजूरी बाजार, राजबाड़ा, कृष्णपुरा पुल होते हुए समाप्त होगी   100 साल पुरानी परंपरा                                                   पुलिस निरीक्षण किया। अनंत चतुर्दशी चल समारोह में चलित झांकियां निकालने की परंपरा लगभग 100 साल पुरानी है। इस परंपरा की शुरुआत कपड़ा मिलों में काम करने वाले मजदूरों ने की थी। प्रारंभ होने के कुष्ट समय बाद ही यह इंदौर की पहचान और परंपरा बन गई। 80-90 के दशक में कपड़ा मिलों का हालत खराब होने लगी और शहर की मिलें धीरे-धीरे बंद होती गईमिलें बंद होने के बाद भी मजदूरों ने चंदा कर झांकी की परंपरा को कायम रखा। मप्र सरकार ने भी इस परंपरा को बचार रखने के लिए आर्थिक सहयोग प्रारंभ किया लेकिन वह झांकी निर्माण की लागत की तुलना मे काफी कम था, यह विडंबना वर्तमान में भी जारी है। वहीं दो दशक पहले नगर निगम, आईडीसहित कुछ संस्थाओं ने भी झांकी निर्माण प्रारंभ किया जो वर्तमान में भी जारी है